Article:
हाँ …. मैं सुंदर हूँ
Written by: Dr. Rita Madanlal Shetiya
Ambassador of Grace Ladies Organization
Lecturer, Journalist, Trekker, Photographer, Anchor
Location: Pune, Maharashtra – India
Published at: Grace Ladies Random Thoughts Diary
‘I am BEAUTIFUL because I know who I am inside.’
महिलाएं हमेशा सोचती हैं कि जब वे इस ड्रेस को पहनती हैं तो वे सुंदर दिखती हैं, जब वे उस साड़ी को पहनती हैं तो वे
सुंदर दिखती हैं। एक ऐड है, जिसमें कॉमेडियन भारती कहती हैं, ‘मुझे कभी ब्यूटीफुल बनाना ही नहीं था, क्यों की मैं
हमेंशा से जानती थी कि मैं ब्यूटीफुल हूं। मैं बस अपनी खूबसूरती बरकरार रखती हूं।’
यह एक बहुत ही सरल रेखा है, ‘मुझे हमेशा से पता था कि मैं सुंदर थी।’ हम में से कितने लोग यह जानते हैं? हम नहीं
जानते कि हममें क्या सुंदरता है। क्योंकि हम नहीं जानते कि सुंदरता क्या है। हम छोटे या बड़े पर्दे पर सितारों को
देखकर अपने सौंदर्य और प्रेम के मानकों को परिभाषित करते हैं।
एक हजार वाट में चमकते मेकअप से ढके विज्ञापन में महिला के चेहरे को ही हम सुंदरता के रूप में देखते हैं। एक
विशाल गर्दन वाला ब्लाउज जो पीठ को उजागर करता है, उसका अर्थ है सुंदरता। तो नहीं ! लेकिन क्या आपने कभी
अपने बच्चे को दूध पिलाते समय अपना चेहरा देखा है? जोश से दमकते उस चेहरे की खूबसूरती को रोशन करने के
लिए कभी हजार वाट फोकस की जरूरत नहीं पड़ती। क्या आपने कभी घर के काम करने के लंबे समय के बाद शाम
को अपने चेहरे पर पानी के छींटे पड़ने के बाद अपने चेहरे को एक साधारण तौलिये से पोंछते देखा है? क्या आपने
कभी देखा है कि अपने उत्तरदायित्वों को सही ढंग से पूरा करने से जो कर्तव्य-बोध आता है, वह कितना सुन्दर है? सुबह
उठकर जब आप घरके आंगन मैं रंगोली बनाते हो , और उसके बाद, आप अपनी उँगलियों की सुंदरता देखेंगे यदि
आप अपने द्वारा खींची गई रेशम की रेखाओं वाली रंगोली को देखेंगे तो आपको आपकी सुंदरता का पता चलेगा। एक
साफ और सुंदर किचन आपको आपकी हाउसवाइफ होनेकी की खूबसूरती दिखाएगी।
यदि आप एक शिक्षक हैं, तो आपकी सुंदरता ब्लैकबोर्ड पर अपने लिखे हुए आपके हस्ताक्षर मैं निहित है ! आपका
सौन्दर्य विषय को समझने के बाद दिखने वाले बच्चों के हर्षित चेहरों में है। और यह मैंने भी खुद महसूस किया है! जब
भी मई कोही भी करती हु वो पूरा होने बाद जो महसूस होता है वही सही मायनो मैं सुंदरता है ! जो केवल आपको
सुखुन , शांति और समाधान नहीं बल्कि किये हुए कार्य की सफलता आपके चेहरे पै सौन्दर्यतासे भर देती है! यदि
आप एक कलाकर या इंटीरियर डिज़ाइनर हो आपकी सुंदरता आपके द्वारा सजाए गए स्थान से निखरेगी। यदि आप
एक संपादक हैं, तो आपकी सुंदरता आपके द्वारा चुने गए लेख और उनका साफ-सुथरा लेआउट उसमेसे झलकेगी!
आपकी सुंदरता आपके द्वारा बुनी गई समृद्ध कलाकारी में निहित है। आपकी सुंदरता आपके द्वारा खींचे गए अक्षरों
में है।
खूबसूरती कपड़ों में नहीं काम में होती है। सुंदरता अभिनय में नहीं सोच में है। सुंदरता भव्यता में नहीं, सादगी में है।
सुंदरता बाहर नहीं मन में होती है। हम जो कुछ भी करते हैं वह सुंदरता की प्रस्तुति है। हमें अपने कार्यों के माध्यम से
सुंदरता पैदा करने में सक्षम होना चाहिए। प्यार से बोलना सुंदरता है, अपनी बात ठीक से व्यक्त करना सुंदरता है।
सौंदर्य अवांछित को दृढ़ता से अस्वीकार करने का साहस है। दूसरों को समझना सुंदरता है। अपने व्यवहार और
विचारों से अपनी सुंदरता को निखरने दें।
मैरी कॉम की खूबसूरती उनके बुक्के में है। इंदिरा गांधी की सुंदरता उनकी निर्णायक क्षमता मैं रही है। जब तक कैमरा
मेरे चेहरे पर है, तब तक ही मेरी सुंदरता है ऐसा नहीं है ! हर एक पल को पूर्ण रूप से जीने में ही वास्तविक सौंदर्य है।
जब आप अपने काम में निपुणता हासिल कर लेते हैं, तो आपका आत्मविश्वास बढ़ जाता है। जब आत्मविश्वास आता
है, तो आत्म-सम्मान आता है। ऐसे आत्मविश्वास से जीने वाली महिला अपने आप सुंदर दिखने लगती है। पुरुषों को
क्या पसंद आएगा, यह सोचकर खुद को फ्रेम न करें। पुरुष की दृष्टि से स्वयं के सौन्दर्य को मापना स्त्रीत्व को नीचा
दिखाना है। हम कब तक पुरुषों को उत्तेजित करने के साधन के रूप में जीने वाले हैं?
शानदार, छरहरी काया, काले-घने बाल अब वर्णन से बाहर होने चाहिए। इससे आपकी सुंदरता मई कोही फर्क नहीं
पड़ता है ! इसके बजाय आइए हम चरित्र मजबूत निर्माण करते है , स्वस्थ दिमाग और संतुलित सोच के मापदंडों पर
विचार करें। तुम पैदा होते ही खूबसूरत हो, इस निशानी को मन में बांध लो। सुनिश्चित करें कि आप जैसे हैं वैसे ही
सुंदर हैं। अगर आप खुद पर विश्वास करना सीख जाते हैं, तो आपको अपनी खूबसूरती के लिए किसी और की मंजूरी
की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सब मैं सुंदरता होती है हमें केवल उसे निखारने और परखने की जरुरत होती है! इसलिए हमेशा खुद को बोलो की,
I am BEAUTIFUL because I know who I am inside.
Published by: Grace Ladies Organization Singapore
On 7th January 2023
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